श्री हरि स्तोत्रं
श्री हरि स्तोत्रम भगवान हरि (विष्णु) की स्तुति में एक भजन है, जो स्वामी ब्रह्मानंद द्वारा रचित है, जो महान तपस्वियों में से एक है ।
भगवान हरि का यह अष्टक जो कि मुरारी के कंठ की माला के समान है, जो भी इसे सच्चे मन से पढ़ता है वह वैकुण्ठ लोक को प्राप्त होता है । वह दुख, शोक, जन्म-मरण से मुक्त हो जाता है इसमें कोई संदेह नहीं है ।